हल्लेलुयाह जयमसिहा

आदरणीय ख्रिस्टिया जान हरु अनि साथी हरु तथा मेरो प्यारो मित्र हरु। मेरो यो ब्लग कुनै धर्म बिरोधि अनि धर्म परिबर्तन गर्न लागि हैन तर एउटा सहि र सत्य लै तपाइको समू यो सामजिक संजाल बाट पुराउनु मेरो लक्ष र उदेश्य हो ! एस ब्लग मा लेखेको कुराहरुले कसैको मनमा चोट पुग्छ भने मा हृदय देखि नै क्षमा प्रार्थी छु ! किनकि परमेस्वोर को वचन तरवार को धर जस्तै छ !

आमेन


बाइबल मा प्रेम भन्ने सब्द ५६० पल्ट लेखिएको छ !


बाइबल मा प्रेम भन्ने सब्द ५६० पल्ट लेखिएको छ !


                               All (560)
2. Old Testament 33. New Testament
3. उत्पत्ति (9) 34. मत्ती (11)
4. प्रस्थान (4) 35. मर्कूस (5)
5. व्यवस्था (28) 36. लूका (13)
6. यहोशू (3) 37. यूहन्ना (32)
7. न्यायकर्ता (5) 38. प्रेरित (1)
8. रूथ (1) 39. रोमी (18)
9. 1 शमूएल (8) 40. 1 कोरिन्थी (17)
10. 2 शमूएल (8) 41. 2 कोरिन्थी (14)
11. 1 राजा (4) 42. गलाती (6)
12. 1 इतिहास (4) 43. एफिसी (15)
13. 2 इतिहास (9) 44. फिलिप्पी (4)
14. एज्रा (3) 45. कलस्सी (7)
15. नहेम्याह (4) 46. 1 थिस्सलोनिकी (8)
16. अय्यूब (4) 47. 2 थिस्सलोनिकी (2)
17. भजनसंग्रह (79) 48. 1 तिमोथी (8)
18. हितोपदेश (19) 49. 1 तिमोथी (7)
19. उपदेशक (4) 50. तीतस (4)
20. श्रेष्ठगीत (46) 51. फिलेमोन (4)
21. यशैया (22) 52. हिब्रू (5)
22. यर्मिया (12) 53. याकूब (4)
23. विलाप (3) 54. 1 पत्रुस (6)
24. इजकिएल (18) 55. 2 पत्रुस (2)
25. दानियल (2) 56. 1 यूहन्ना (27)
26. होशे (15) 57. 2 यूहन्ना (5)
27. योएल (1) 58. 3 यूहन्ना (2)
28. आमोस (1) 59. यहूदा (3)
29. मीका (2) 60. प्रकाश (6)
30. सपन्याह (1)
31. जकरिया (3)
32. मलाकी (2)

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